आजकल एक टी.वि. शो बहुत प्रचलित हो रखा है जिसमे दावा ये किया जाता है की यह "धोखेबाज़" प्रेमी प्रेमिकाओं का भंडा फोड़ करके उनके पार्टनर को निजात दिलाते है.
इसके लिए जिस किसी प्रेमी या प्रेमिका को अपने कथित प्रेमिका या प्रेमी पे शक है तो इस शो के पास जाके जासूसी करने को कहते है...फिर शो वाले एक लड़के या लड़की को भेज के उस कथित प्रेमिका या प्रेमी के साथ इस तरह पेश होते है की जेसे वो भी उनसे प्यार करते है.... अधिकांश प्रेमी या प्रेमिका धोकेबाज़ ही निकलते है यानि वो इस शो के भेजे हुए आर्टिस्ट से जुड़ जाते है और अपने पुराने प्यार को या तो न होने के दावा करते है या फिर ये कहते है की तुम मुझे उससे भी बेहतर लगती/लगते हो...
शो वाले उस कथित प्रेमी/प्रेमिका और शो के आर्टिस्ट के साथ साथ बिताये हुए लम्हों को क्लिप्स बना के शिकायत करता प्रेमी/प्रेमिका को दिखाते है...और लास्ट सेगमेंट में उन असली प्रेमी प्रेमिका को आमने सामने कर देते है और अक्सर दोनों में मार पिटाई तक बात पहुँच जाती है....
उस शिकायत कर्ता प्रेमी/प्रेमिका को अगर प्यार सच में है तो शक ही क्यों है...पहले अपने प्यार को जाँच लेना चाहिए ...और अगर जाँच ही करनी है तो यूँ टी.वि. के किसी शो के जरिये अपनी और अपने कथित प्रेमी/प्रेमिका को सबको सामने लाने की कहाँ जरुरत है....अपने घर के मुद्दे है घर में सुलझाओ...पर लगता है पब्लिक को पुब्लिसिटी करने में ज्यादा मजा आता है.
हर उस चीज को गेम शो बना दिया गया है. चाहे शादी हो या बच्चे पालना... और मजे की बात ये है की उन्हें देखने वाले भी उनकी चर्चा करते है अपने ऑफिस, स्कूल, घर या पड़ोस में और अगले एपिसोड का इन्तेजार करते है.
क्या निर्माताओ के पास अब मनोरंजन के नाम पे ये ही चीजें रह गयी है..????
Sunday, April 18, 2010
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i dont think ki ye bura hai..for me its a good show, at least common people kya karte hain 1 aam insaan ki soch nd charecter kaisa hota hai, is show k jariye ye pata chalta hai...ye pata chalta hai 1 insaan me kitne charecter chhupe hue hain...aur jahan tak ghar ki baat ko duniya k saamne lane ki baat hai to ye to ghar-ghar ki kahani hai aap chhupao ya dikhao sabhi jagah 1 hi kahani hai, 1 si situation hai har jagah atyachar hai :)
ReplyDeleteYaar, jis tafseel se tumne byan kiya hai, maloom chalta hai kee bade gaur se dekha hai!
ReplyDeleteYe duniya hai dost, doosre ke fate mein taang adana aur khilli udana iska shauq hai!