Sunday, April 18, 2010

टी.वि शोव्ज

आजकल एक टी.वि. शो बहुत प्रचलित हो रखा है  जिसमे दावा ये किया जाता है की यह "धोखेबाज़" प्रेमी प्रेमिकाओं का भंडा फोड़ करके उनके पार्टनर को निजात दिलाते है.
इसके लिए जिस किसी प्रेमी या प्रेमिका को अपने कथित प्रेमिका या प्रेमी पे शक है तो इस शो के पास जाके जासूसी करने को कहते है...फिर शो वाले एक लड़के या लड़की को भेज के उस कथित प्रेमिका या प्रेमी के साथ इस तरह पेश होते है की जेसे वो भी उनसे प्यार करते है.... अधिकांश प्रेमी या प्रेमिका धोकेबाज़ ही निकलते है यानि वो इस शो के भेजे हुए आर्टिस्ट से जुड़ जाते है और अपने पुराने प्यार को या तो न होने के दावा करते है या फिर ये कहते है की तुम मुझे उससे भी बेहतर लगती/लगते हो...
शो वाले उस कथित प्रेमी/प्रेमिका और शो के आर्टिस्ट के साथ साथ बिताये हुए लम्हों को क्लिप्स बना के शिकायत करता प्रेमी/प्रेमिका को दिखाते है...और लास्ट सेगमेंट में उन असली प्रेमी प्रेमिका को आमने सामने कर देते है और अक्सर दोनों में मार पिटाई तक बात पहुँच जाती है....
उस शिकायत कर्ता प्रेमी/प्रेमिका को अगर प्यार सच में है तो शक ही क्यों है...पहले अपने प्यार को जाँच लेना चाहिए ...और अगर जाँच ही करनी है तो यूँ टी.वि. के किसी शो के जरिये अपनी और अपने कथित प्रेमी/प्रेमिका को सबको सामने लाने की कहाँ जरुरत है....अपने घर के मुद्दे है घर में सुलझाओ...पर लगता है पब्लिक को पुब्लिसिटी करने में ज्यादा मजा आता है.
हर उस चीज को गेम शो बना दिया गया है. चाहे शादी हो या बच्चे पालना... और मजे की बात ये है की उन्हें देखने वाले भी उनकी चर्चा करते है अपने ऑफिस, स्कूल, घर या पड़ोस में और अगले एपिसोड का इन्तेजार करते है.
क्या निर्माताओ के पास अब मनोरंजन के नाम पे ये ही चीजें रह गयी है..????

Monday, April 12, 2010

सानिया शोएब की शादी....

पिछले दिनों एक मुद्दा बहुत गरम रहा सभी चैनलों पे सभी अखबारों  में ....वो यह की सानिया और शोएब की शादी होनी चाहिए की नहीं होनी चाहिए, क्यूंकि शोएब पहले से शादी शुदा था शोएब पे मैच फिक्सिंग के भी आरोप लग चुके है, सानिया भी पहले किसी और से सगाई करके तोड़ चुकी है... आदि आदि.
एक न्यूज़ चैनल ने तो लोगों से एस. एम. एस. करके लोगों की राय तक मांग ली, की आप सानिया को राय दीजिये (वो भी बिना मांगे), और तो और पब्लिक भी उसे राय दे रही है, यह सोचे समझे बिना की सानिया शायद आपकी राय से कोई इत्तेफाक भी नही रखती.
लोग सवाल उठा रहे है सानिया की समझदारी पे या नासमझी पे.
अरे जरूरत ही कहाँ है यह सब करने की, ऐसे किस्से हमारे पास पड़ोस में, शहर में कितने ही होते है, पर किसी को फुर्सत नही है की हम झाँक के भी देखे पर चूँकि सानिया एक सलेब्रती है तो सबको उसकी फिक्र है लोग सवाल कर रहें है सानिया तुम अब भारत की तरफ से खेलोगी या पाकिस्तान की तरफ से, शोएब तुम्हारे टेनिस मैच भी फिक्स करेगा, तुम एक औरत होके औरत के साथ ज्यादती केसे कर सकती हो, सानिया तुम शोएब के साथ कभी खुश नही रहोगी, शोएब नंबर १ का धोगेबाज है  ...आदि आदि...
सानिया कोई बच्ची नही है की वो नही जानती हो की नतीजे क्या होंगे फिर क्यूँ खामख्वाह लोग उसकी निजी ज़िन्दगी में घुसे जा रहे है.बेहतर ये होगा की हम अपना घर संभाल ले ढंग  से, हमारे घर की, औरतें कितनी खुश है ये ही जान लें.
इस मुद्दे का अंत क्या होगा कहना मुश्किल है पर मुद्दा खामखा बना है.